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Osho Quotes In Hindi: ओशो के सर्वश्रेष्ठ अनमोल विचार हिंदी में…!
आध्यात्मिक गुरु ओशो एक ऐसे Spiritual Teacher थे जिनके Followers पूरी दुनिया में फैले हुए हैं. अपने खुले विचारों की वजह से जहाँ उन्हें लाखों शिष्य मिलें वहीँ कई मंचों पर उनकी निंदा भी हुई. उनकी मृत्यु के 25 साल बाद भी उनका साहित्य लोगों तक उनके सन्देश पहुंचा रहा है और लोगों का मार्गदर्शन कर रहा है।
Name | Osho (Bhagwan Shree Rajneesh) / ओशो (भगवान श्री रजनीश) |
Born | 11 December 1931, Kuchwada, Bhopal State, British India (modern day)
Madhya Pradesh, India) |
Died | 19 January 1990 (aged 58), Poona, Maharashtra, India |
Nationality | Indian |
Field | Spirituality |
Achievement | He was an Indian mystic, guru, and spiritual teacher who garnered an international following. |
ओशो कौन थे? – Who Was Osho?
“ओशो” को “आचार्य रजनीश” या “भगवान” रजनीश के नाम से भी जाना जाता है। ओशो के दुनिया भर में लाखो शिष्य हैं और वो सभी ओशो को भगवान की तरह मानते हैं। ओशो को दुनिया भर में समाजसेवी और एक रहस्यमयी भगवान के रूप में जाना जाता है। क्योंकि ओशो के जीवन रहस्यों से भरा हुआ था जिसका खुलासा आज तक नहीं हो सकता है। लेकिन फिर भी ओशो द्वारा कहीं गयी बातें अमर है, उनके द्वारा बताई गई बातें और दिए गए संदेश आज भी लोग अपने जीवन मे उतारने की कोशिश करते हैं।
ऐसा में आज हम आपको ओशो द्वारा दिए गए जीवन उपदेश को “ओशो कोट्स इन हिंदी” के माध्यम से आप तक पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन ओशो के कोट्स को जानने से पहले, उनके जीवन के बारे में भी थोड़ा बहुत जान लेते हैं।
ओशो का जीवन – Life of Osho
ओशो के बचपन का नाम चंद्र मोहन जैन था। उनका जन्म 11 दिसम्बर 1931 को मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में हुआ था। वो अपने पिता बाबूलाल और माता सरस्वती जैन कि 11वीं संतान थे। उनका बचपन मध्यप्रदेश में ही अपने नाना के घर पर बीता था। उनकी नानी ने बचपन से ही चन्द्र मोहन को एक मुक्त जीवन जीने का अवसर दिया था। बचपन से ही उन्हें पढ़ाई लिखाई करने या किसी और तरह की बंदिश से स्वतंत्र रखा गया था।
जिसका असर ओशो के व्यक्तित्व पर भी खूब पड़ा। बचपन से ही ओशो काफी जिज्ञासु प्रवृत्ति के हो चुके थे वो हर विषय पर जानकारी लेने को उत्सुक रहते थे साथ ही अपना तर्क भी रखते थे। उनका ये व्यक्तित्व बड़े होने पर भी उनके साथ ही रहा। इस वज़ह से कई बार ओशो दुसरो के साथ बहस में भी पड़ जाते थे।साल 1951 में 19 साल की उम्र में ओशो ने जबलपुर के हित्कारनी कॉलेज में प्रवेश लिया। लेकीन वहाँ पर किसी अध्यापक के साथ बहस करने की वज़ह से उन्हें कॉलेज से बाहर कर दिया गया।
इसके बाद उन्होंने जबलपुर में डीएन कॉलेज जॉइन किया, लेकिन यहाँ पर भी उन्हें सिर्फ परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति दी गयी थी। साल 1957 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ सागर से एमए की डिग्री हासिल की। साल 1958 से लेकर 1960 तक वो जबलपुर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बने रहे। इसी बीच उन्होंने भारत भ्रमण भी शुरू किया। वो आचार्य रजनीश के नाम से घूमते थे और जगह-जगह पर धर्म और समाज से जुड़े मुद्दों पर अपना पक्ष रखते थे।
कई बार ओशो को धर्म और समाज से जुड़े मुद्दों पर बोलने की वजह से आलोचना भी सुननी पड़ी है। उन्हें विरोध का भी सामना करना पड़ा लेकिन धीरे धीरे उनकी ख्याति बढ़ती चली जा रही थी। बफय5 समेत दुनिया के अन्य देशों में भी लोग उनके शिष्य बनते जा रहे थे। ओशो पहले अपने शिष्यों को ध्यान का प्रशिक्षण देते थे। साल 1974 में उन्होंने मुम्बई के पुणे शहर मे ओशो इंटरनेशनल मेडिटेशन रिसोर्ट के नाम से करीब 6 एकड़ में फैले आश्रम का निर्माण किया। साल 1974 से लेकर 1980 तक ओशो इसी आश्रम में रहे।
ओशो कि रहस्यमय मृत्यु – Osho’s Mysterious Death
इसके बाद वो कुछ सालों तक अमेरिका भी रहे। उन्होंने कई सारे किताबें भी लिखी है जो की आज भी दुनिया भर में मशहूर है। साल 1990 में 11 जनवरी के दिन मात्र 58 वर्ष की आयु में ही ओशो की मृत्यु हो गयी। ओशो की मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया लेकिन उनके 5 शिष्य हमेशा इसे इस बात से इंकार करते रहे।
उनका मानना है कि ओशो के लिए इस दुनिया मे रहना मुश्किल हो गया था इसलिए उन्होंने दुनिया छोड़ दी थी। वही उनके बहुत से अनुयाइयों का ये कहना है कि ओशो कभी मर नही सकते, वो पृथ्वी पर सिर्फ 11 दिसम्बर 1931 से लेकर 19 जनवरी 1990 तक ही रहने के लिए आये थे।
ओशो के सर्वश्रेष्ठ अनमोल विचार – Best Priceless Ideas of Osho
ओशो भले ही आज इस दुनिया मे नही है लेकिन उनके द्वारा कही और लिखी गयी बातें आज भी अमर है। उनके द्वारा दिये गए उपदेश आज भी लोगो को शांति का अनुभव करा रहा है। ऐसे में आज के इस पोस्ट Osho Quotes In Hindi के माध्यम से हम आपके लिए “ओशो” द्वारा कही गयी बातों को कोट्स के रूप में लेकर आये हैं। आप ओशो कोट्स इन हिंदी को पढ़िए, इससे निश्चित रूप से आपको आंतरिक शांति का लाभ मिलेगा।
“तुम जीवन में तभी अर्थ पा सकते हो जब तुम इसे निर्मित करते हो।” – ओशो
“अगर आप सच देखना चाहते हैं तो ना सहमती और ना असहमति में राय रखिये।”
“केवल वो लोग जो कुछ भी नहीं बनने के लिए तैयार हैं प्रेम कर सकते हैं।”
“कोई चुनाव मत करिए. जीवन को ऐसे अपनाइए जैसे वो अपनी समग्रता में है।”
“जीवन ठहराव और गति के बीच का संतुलन है।”
“जब मैं कहता हूँ कि आप देवी-देवता हैं तो मेरा मतलब होता है कि आप में अनंत संभावनाएं है , आपकी क्षमताएं अनंत हैं।”
“अधिक से अधिक भोले, कम ज्ञानी और बच्चों की तरह बनिए, जीवन को मजे के रूप में लीजिये – क्योंकि वास्तविकता में यही जीवन है।”
“एक भीड़, एक राष्ट्र, एक धर्म, एक जाति का नहीं पूरे अस्तित्व का हिस्सा बनो। अपने को छोटी चीज़ों के लिए क्यों सीमित करना जब संपूर्ण उपलब्ध है।” – ओशो
“तलाशो मत, पूछो मत, ढूंढो मत, खटखटाओ मत, मांगो मत – शांत हो जाओ। तुम शांत हो जाओगे – वो आ जाएगा। तुम शांत हो जाओगे – उसे यहीं पाओगे। तुम शांत हो जाओगे तो अपने को उसके साथ झूलते हुए पाओगे।” – ओशो
“आप जितने लोगों को चाहें उतने लोगों को प्रेम कर सकते हैं- इसका ये मतलब नहीं है कि आप एक दिन दिवालिया हो जायेंगे, और कहेंगे,” अब मेरे पास प्रेम नहीं है”. जहाँ तक प्रेम का सवाल है आप दिवालिया नहीं हो सकते।”
“अपने जीवन को संगीतपूर्ण बनाओ ताकि काव्य का जन्म हो सकें, और फिर सौंदर्य ही सौंदर्य है, सौंदर्य ही परमात्मा का स्वरूप है।”
“जिस दिन आप ने सोच लिया कि आपने ज्ञान पा लिया है, आपकी मृत्यु हो जाती है- क्योंकि अब ना कोई आश्चर्य होगा, ना कोई आनंद और ना कोई अचरज. अब आप एक मृत जीवन जियेंगे।”
“सारी शिक्षा व्यर्थ है, सारे उपदेश व्यर्थ हैं, अगर वो तुम्हें अपने भीतर डूबने की कला नहीं सिखाते।”
“एक बच्चे को विशाल एकांतता की जरुरत होती है, उसे ज्यादा से ज्यादा एकांतता में रहने देना चाहिये, ताकि वह अपनेआप को विकसित कर सके।”
“जब मै ये कहता हु की तुम ही भगवान हो, तुम ही देवी हो तो मेरा मतलब यह होता है की तुम्हारी संभावनाये अनंत है और तुम्हारी क्षमता भी अनंत है।”
“असली सवाल यह है की भीतर तुम क्या हो ? अगर भीतर गलत हो, तो तुम जो भी करगे, उससे गलत फलित होगा। अगर तुम भीतर सही हो, तो तुम जो भी करोगे, वह सही फलित होगा।”
“बहुत सुन्दर शब्द जो एक मंदिर के दरवाज़े पर लिखें थे, ठोकर खाकर भी ना संभले तो मुसाफिर का नसीब, वरना पत्थरों ने तो अपना फर्ज़ निभा दिया।”
“जब आप हंस रहे होते हैं तब आप ईश्वर की इबादत कर रहे होते हैं, लेकिन जब आप किसी को हँसा रहे होते हैं तो ईश्वर आपके लिए इबादत कर रहा होता है।”
“किसी के भी साथ किसी भी तरह की कोई प्रतियोगिता की कोई ज़रूरत नहीं है, जैसे आप हो, आप वही हो, और आप पूरी तरह से ठीक हो, आप अपने आपको स्वीकार करो।”
“यदि आपकी ख़ुशी दूसरो पर निर्भर करती है तो आप एक गुलाम हो। अभी आप पूरी तरह से मुक्त नही हुए हो अभी आप बंधन (गुलामी) में बंधे हो।”
“किसी के साथ किसी भी प्रतियोगिता की कोई ज़रूरत नहीं है. तुम जैसे हो अच्छे हो. अपने आप को स्वीकार करो।”
“कोई विचार नहीं, कोई बात नहीं, कोई विकल्प नहीं – शांत रहो, अपने आप से जुड़ो।”
“अपने मन में जाओ, अपने मन का विश्लेषण करो, कहीं न कहीं तुमने खुद को धोखा दिया है।”
“यंहा कोई भी आपका सपना पूरा करने के लिए नहीं हैं, हर कोई अपनी तक़दीर और अपनी हक़ीकत बनाने में लगा हैं।”
“यदि आप खुद अपनी कंपनी का आनंद नही लेते हो, तो कोई और उस से आनंदित कैसे हो सकता है।”
“वह इंसान जो अकेले रहकर भी खुश है असल में वही इंसान कहलाने योग्य है।”
“श्रेष्टता से सोचने वाला हमेशा तुच्छ कहलाता है, क्योकि ये एक ही सिक्के के दो पहलु है।”
Final Words:-
ओशो दुनिया मे एक महान विचारक और परिवर्तक के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने योग और मेडिटेशन के क्षेत्र में काफी काम किया है। इसी वज़ह से दुनिया भर में लोग उन्हें पसंद करते हैं। उनके द्वारा लिखी गयी किताबें आज भी लोग बहुत पसन्द करते हैं।
ऐसे में आज हम आपके लिए ओशो द्वारा कहीं गयी बातें “ओशो कोट्स इन हिंदी’ के माध्यम से लेकर आये थे। आशा करते हैं को आपको हमारी ये पोस्ट खूब पसन्द आयी होगी।ऐसे में आप Osho Quotes In Hindi को अपने दोस्तों तथा जानने वाले लोगों के साथ शेयर करना ना भूलें। साथ ही आपको हमारी ये पोस्ट कैसी लगी, ये भी हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।
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