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Mahatma Gandhi Quotes In Hindi: महात्मा गांधी के सुविचार…!
महात्मा गाँधी सिर्फ़ एक व्यक्तित्व नही थे बल्कि एक विचार थे। एक ऐसा विचार जिसकी गूँज ना सिर्फ़ भारत मे बल्कि पूरी दुनिया मे सुनाई पड़ती है। महात्मा गाँधी को पूरी दुनिया मे सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में जाना जाता है। ऐसे में आज के इस पोस्ट “Mahatma Gandhi Quotes In Hindi” के माध्यम से हम आपके लिए महात्मा गाँधी द्वारा दिये गए अहिंसा और सच्चाई के संदेश को आप तक पहुँचाने का काम किया है।
Name | Mohandas Karamchand Gandhi / मोहनदास करमचंद गाँधी |
Born | 2 October 1869
Porbandar, Bombay Presidency, British India |
Died | 30 January 1948 (aged 78)
New Delhi, Union of India |
Nationality | Indian |
Field | Politics, Social Work |
Achievement | पूरे विश्व में सत्य और अहिंसा के प्रेरणास्रोत. भारत के राष्ट्रपिता. भारत के स्वतंत्रता-संघर्ष के सूत्रधार. एक साधारण व्यक्ति कितना असाधारण हो सकता है इसका प्रमाण हैं महात्मा गाँधी. महात्मा गाँधी की आत्मकथा “सत्य के प्रयोग ” उन चुनिन्दा किताबों में से है जिसने मेरे जीवन पर गहरा असर डाला है. आप भी इसे अवश्य पढ़ें। |
राष्ट्रपिता ‘गाँधी‘ :- Father of the Nation ‘Gandhi’
भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने सत्य और अहिंसा के दम पर ही संघर्ष करते हुए, अंग्रेज़ो को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था। उन्होंने भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने का संदेश दिया और इसकी ताक़त का सभी को एहसास भी कराया।
जीवन पर एक नजर:- A look at life
महात्मा गाँधी, यानी की मोहनदास करमचंद गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुज़रात के पोरबन्दर शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम करमचंद उत्तमचंद गाँधी था जो कि पोरबन्दर में दीवान थे। उनकी माता का नाम पुतलीबाई था, जो कि बेहद धार्मिक स्वभाव की महिला थी। वो बचपन से ही श्रवण कुमार और राजा हरिश्चन्द्र की कहानी सुनते हुए बड़े हुए थे। बचपन से ही उनके भीतर सत्य बोलने और अहिंसा की नींव पड़नी शुरू हो गयी थी।
गाँधी जी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई राजकोट से की थी। इसके बाद 1887 में उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था। इसके बाद 1888 में उन्होंने भावनगर स्थित समलदास कॉलेज में प्रवेश लिया लेकिन फ़िर लन्दन के इनर टेम्पल कॉलेज से वक़ालत की पढ़ाई करने के लिए, इसे छोड़ दिया। बाद में वकालत की पढ़ाई के लिए वो दक्षिण अफीका चले गए साल 1915 में वो दक्षिण अफ़्रीका से वापस भारत लौटे। साल 1930 में उन्होंने नमक सत्याग्रह की शुरुआत की। 1931 में उन्होंने डाँडी की पैदल यात्रा पूरी कर के नमक कानून तोड़ा।
इसके बाद साल 1942 के अगस्त महीने में उन्होंने ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ की शुरुआत की। जिसके चलते उन्हें जल्द ही गिरफ़्तार कर लिया गया और उन्हें पुणे के अगा खान पैलेस में बंधक बनाकर रखा गया। उनके द्वारा चलाया गया ये आन्दोलन भारत को आज़ादी दिलाने के बाद ही ख़त्म हुआ।
गाँधी जी का विवाह कस्तूरबा मखनजी कपाड़िया के साथ मात्र 13 साल की उम्र में ही हो गया था। इस शादी से उनके 4 बच्चे भी हुए जिनके नाम हरिलाल, मणिलाल, रामदास और देवदास था।
अन्तिम समय:- Last Time
गाँधी जी के अहिंसावादी विचारों के आगे पूरे ब्रिटिश शासन को सिर झुकना पड़ा। हाज़रो स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और अथक प्रयास के कारण ही 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ादी मिल सकी। आज़ादी के साथ ही पाकिस्तान को भारत से अलग़ कर दिया गया। आज़ादी के बाद देश मे फ़ैली हिंसा और रक्तपात को रोकने के लिए गाँधी जी अनशन पर बैठ गए। लगातार 5 दिनों तक अनशन पर रहने के बाद देश के सभी नेताओं ने एकजुट होकर धार्मिक हिंसा को बन्द करने का निर्णय लिया, इसके बाद ही गाँधी जी ने अन्न और जल को हाथ लगाया।
ज़िन्दगी भर सत्य और अहिंसा के कदम पर चलकर पूरी दुनिया को संदेश देने वाले गाँधी जी की मृत्यु हिंसा के कारण ही हुई। 30 जनवरी 1948 को भारतीय इतिहास में वो काला दिन भी आया जब नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। उस वक़्त गाँधी जी दिल्ली के बिड़ला हाउस में मौजूद थे, तभी नाथूराम गोडसे की गोली उनके सीने में लगी और वो अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े। उनके मुँह से निकला आख़िरी शब्द था, ‘हे राम’ !
क्यों हैं गाँधी जी इतने खास..? – Why is Gandhiji so special..?
ऐसा नहीं है कि गाँधी जी मे कभी कोई ग़लत आदत नहीं पकड़ी थी। वो जब छोटे थे तब उन्होंने सिगरेट पीना भी शुरू कर दिया था, जिसके लिए वो अपने पिता की जेब से पैसे भी चुराने लगे थे। यहाँ तक कि एक बार जब वो पैसे नही चुरा पॉय रहे थे तो उन्होंने आत्महत्या करने तक का मन बना लिया था। लेकिन जब उन्हें अपनी इस गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने दोबारा कभी भी पैसे ना चुराने और सिगरेट ना पीने की कसम खा ली। इसके बाद वो कभी भी ऐसी बुरी आदतों में नहीं फँसे।
गाँधी जी ने पूरी दुनिया को सत्य और अहिंसा के राह पर चलते हुए दुनिया की हर मुश्किल का सामना करने की सीख दी है। ऐसे में महात्मा गाँधी जी के द्वारा बताई गई बातें हमारे जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। ऐसे में आज के इस पोस्ट “Mahatma Gandhi Quotes In Hindi” के माध्यम से हम आपको महात्मा गांधी द्वारा बताई गई कुछ अच्छी बातें आपके लिए लेकर आये हैं। आप इन सभी “Mahatma Gandhi Quotes Hindi” महात्मा गाँधी इन हिंदी के कोट्स को पढ़े और कोशिश करें कि इसे अपने जीवन मे भी आत्मसात करें।
Mahatma Gandhi Quotes Hindi
“खुद वो बदलाव बनिए जो दुनिया में आप देखना चाहते हैं।” – महात्मा गाँधी
“आप जो परिवर्तन दुनिया मे देखना चाहते हैं वो आपको पहले खुद में लाना होगा।” – महात्मा गाँधी
“थोडा सा अभ्यास बहुत सारे उपदेशों से बेहतर है।” – महात्मा गाँधी
“जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।”– महात्मा गाँधी
“ख़ुशी तब मिलेगी जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं, सामंजस्य में हों।” – महात्मा गाँधी
“पूंजी अपने-आप में बुरी नहीं है, उसके गलत उपयोग में ही बुराई है. किसी ना किसी रूप में पूंजी की आवश्यकता हमेशा रहेगी।” – महात्मा गाँधी
“जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुन सकता है, वह सबके भीतर है।” – महात्मा गाँधी
“मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा भगवान है. अहिंसा उसे पाने का साधन।” – महात्मा गाँधी
“एक विनम्र तरीके से, आप पूरी दुनिया को हिला सकते हैं।” – महात्मा गाँधी
“हां, मैं एक मुस्लिम, एक ईसाई, एक बौद्ध और एक यहूदी भी हूं।” – महात्मा गाँधी
“मानवता की महानता मानव होने में नहीं है, बल्कि मानवीय होने में है।” – महात्मा गाँधी
“मेरी अनुमति के बिना कोई भी मुझे ठेस नहीं पहुंचा सकता।” – महात्मा गाँधी
“आप मानवता में विश्वास मत खोइए. मानवता सागर की तरह है, अगर सागर की कुछ बूँदें गन्दी हैं, तो सागर गन्दा नहीं हो जाता।” – महात्मा गाँधी
“जिस दिन से एक महिला रात में सड़कों पर स्वतंत्र रूप से चलने लगेगी, उस दिन से हम कह सकते हैं कि भारत ने स्वतंत्रता हासिल कर ली हैं।”– महात्मा गाँधी
“हम जो दुनिया के जंगलों के साथ कर रहे हैं वो कुछ और नहीं बस उस चीज का प्रतिबिम्ब है जो हम अपने साथ और एक दूसरे के साथ कर रहे हैं।” – महात्मा गाँधी
“जब मैं निराश होता हूँ, मैं याद कर लेता हूँ कि समस्त इतिहास के दौरान सत्य और प्रेम के मार्ग की ही हमेशा विजय होती है, कितने ही तानाशाह और हत्यारे हुए हैं, और कुछ समय के लिए वो अजेय लग सकते हैं, लेकिन अंत में उनका पतन होता है, इसके बारे में सोचो- हमेशा।” – महात्मा गाँधी
“ऐसे जिएं कि जैसे आपको कल मरना है और सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीवित रहना है।” – महात्मा गाँधी
“डर शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है।” – महात्मा गाँधी
“यदि मनुष्य सीखना चाहे, तो उसकी हर भूल उसे कुछ शिक्षा दे सकती है।” – महात्मा गाँधी
“चरित्र की शुद्धि ही ज्ञान पाने का उद्देश्य होना चाहिए।” – महात्मा गाँधी
“आप आज जो करते हैं उस पर आपका भविष्य निर्भर करता है।” – महात्मा गाँधी
“जो लोग अपनी तारीफ के भूखे होते हैं वे साबित करते हैं कि उनमें योग्यता नहीं है।” – महात्मा गाँधी
“गुलाब को उपदेश देने की आवश्यकता नहीं होती। वह तो केवल अपनी ख़ुशबू बिखेरता है। उसकी ख़ुशबू ही उसका संदेश है।” – महात्मा गाँधी
“मैं हिन्दी के जरिए प्रांतीय भाषाओं को दबाना नहीं चाहता, किंतु उनके साथ हिन्दी को भी मिला देना चाहता हूं।” – महात्मा गाँधी
“कुछ लोग सफलता के केवल सपने देखते हैं जबकि अन्य व्यक्ति जागते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं।” – महात्मा गाँधी
“भविष्य में क्या होगा, मैं यह नहीं सोचना चाहता। मुझे वर्तमान की चिंता है। ईश्वर ने मुझे आने वाले क्षणों पर कोई नियंत्रण नहीं दिया है।” – महात्मा गाँधी
“स्वयं को जानने का श्रेष्ठ तरीका है कि स्वयं को औरों की सेवा में डुबो देना।” – महात्मा गाँधी
Final Words:-
आशा करते हैं कि आपको हमारी ये पोस्ट “Mahatma Gandhi Quotes In Hindi” बहुत पसन्द आयी होगी। आप इस पोस्ट में दिये गए कोट्स और संदेश को अपने दोस्तों तथा जानने वाले लोगो के साथ जरूर शेयर करें। साथ ही आपको हमारी ये पोस्ट “महात्मा गांधी कोट्स इन हिंदी” कैसी लगी, हमें कमेंट कर के जरूर बताएं।
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