Essay
Independence Day Essay in Hindi: स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिन्दी मे..!
“सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी न्यारा है। जहां जाति-भाषा से बढ़कर, देश-प्रेम की धारा है।।
जहां हर जुबान पर सर्वधर्म समभाव और जय हिंद का नारा है, निश्छल पावन प्रेम पुराना वो भारत देश हमारा है।।”
इस आर्टिकल में, सबसे पहले हम आप सभी भारतवासियों को स्वतंत्रता की हार्दिक मुबारकबाद देना चाहते है क्योंकि खुली हवा में, पूरी आज़ादी के साथ सांस लेना क्या होता है ये हम, भारतीयों से बेहतर और कौन बता सकता है क्योंकि पूरे भारतवर्ष ने, स्वतंत्रता की एक भारी कीमत चुकानी पड़ी है जिसके बाद जाकर हमें, स्वतंत्रता प्राप्त हुई है जिसकी पूरी जानकारी हम, Independence Day पर निबंध हिन्दी मे प्रदान करेंगे।
15 अगस्त, 1947 वो क्रान्तिकारी और स्वर्णिम ऐतिहासिक दिन था जिसकी मध्यरात्रि को लम्बे स्वतंत्रता संघर्ष के बाद भारत को अंग्रेजी हुकूमत से पूरी तरह से मुक्ति मिली अर्थात् स्वतंत्रता भारत का अनन्त अरुणोदय हुआ जिसकी लालिमा से हम, आज भी ऊर्जा व प्रेरणा प्राप्त करते है। इसी वजह से Essay on Independence Day Hindi Me पर केंद्रीत होगा हमारा ये स्वतंत्रता दिवस विशेषांक आर्टिकल।
प्रस्तावना:
हम अपने सभी पाठको को बता दें कि, पूरे भारतवर्ष मे, स्वतंत्रता दिवस के पावन, पवित्र और क्रान्तिकारी ऐतिहासिक दिन को राजपत्रित अवकाश घोषित किया जाता है ताकि पूरा भारतवर्ष एक साथ मिलकर अपनी स्वतंत्रता और आज़ादी का जश्न मना सकें जिसके एक झलक आपको हमारे इस Independence Day Essay में, देखने को मिलेंगी।
दुर्भाग्यवश भारत सहित पूरा विश्व इस समय कोरोना की मार झेल रहा है लेकिन भारत को निराशा में, आशा का पथ-प्रदर्शक माना जाता है और अपनी इस पहचान को सार्थकता प्रदान करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री श्री. मोदी द्धारा आत्मनिर्भर भारत का सिद्धान्त प्रचलित कर दिया है और इसी गौरवमयी सिद्धान्त को केंद्र सरकार नें, साल 2021 के स्वतंत्रता दिवस की थीम- “आत्मनिर्भर भारत’’ को स्वीकार कर मान्यता प्रदान कर दी है।
अन्त, हमारा ये पूरा आर्टिकल भारत की स्वतंत्रता, त्याग, समर्पण, शौर्य, साहस और आज़ादी की ललक को समर्पित है इसीलिए हम, Independence Day पर निबंध हिन्दी मे, की पूरी जानकारी हम, अपने इस Independence Day Essay for class 1 to 8 में, प्रदान करेंगे ताकि आप सभी ना केवल भारतीय स्वतंत्रता का जश्न मना सकें बल्कि भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक बन सकें और यही हमारे इस आर्टिकल का मौलिक लक्ष्य है।
Independence Day क्या होता है?
“आजादी की कभी शाम ना होंगे देंगे, शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे।
बची हो जब तक एक बूंद लहू की रगों में, तब तक भारत मां का आंचल नीलाम ना होंने देंगे।।”
Independence Day स्वतंत्रता दिवस पर निबंध को समर्पित अपने इस आर्टिकल में, हम, आपको बता दें कि Independence Day भारतीय सभ्यता, संस्कृति और आधुनिक भारत का सबसे पवित्र व गौरवमयी दिन होता है जब हम और पूरा भारतवर्ष मिलकर 15 अगस्त, 1947 की क्रान्तिकारी व ऐतिहासिक मध्यरात्रि को मिली अमूल्य स्वतंत्रता का जश्न मनाता हे जिसे हम, आमतौर पर राष्ट्रीय महा-पर्व की संज्ञा देते हैं और सभी भारतवासियों को राजपत्रित अवकाश प्रदान किया जाता है।
Independence Day कब मनाया जाता है?
“कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है।
हर लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान का है।।”
हांलाकि ये बताने कि, हमें बिलकुल भी जरुरत नहीं है क्योंकि हर भारतवासी जानता है कि, पूरा भारतवर्ष, स्वतंत्रता दिवस का गौरवमयी जश्न कब मनाता है लेकिन फिर भी हम, Independence Day Essay in Hindi निबंध में, अपने सभी पाठको व युवाओं को विशेष तौर पर बताना चाहते है कि, पूरा भारतवर्ष एक साथ मिलकर अटूट बंधन में, बंधकर 15 अगस्त, 1947 को मिली स्वतंत्रता का महा-पर्व व जश्न हर आगामी वर्ष के 15 अगस्त को मनाता है।
Independence Day क्यों मनाई जाती है?
“दे सलामी इस तिरंगे को, जिससे तेरी शान है।
सर हमेशा ऊंचा रखना इसका, जब तक तुझमें जान है।।”
आइए अब हम, अपने सभी पाठको व युवाओं को विशेष तौर पर कुछ मौलिक बिंदुओँ की मदद से बतायें कि, Independence Day क्यों मनाई जाती है?
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अंग्रेजी हुकूमत से आज़ादी के उपलक्ष्य में, मनाया जाता है Independence Day:
आमतौर पर हमारे अनेको विद्यार्थियों की ये एक मौलिक व प्राथमिक जिज्ञासा होती है कि, Independence Day क्यों मनाया जाता है?
हम, आप सभी को बता दें कि, अंग्रेजी हुकूमत से पूरे भारतवर्ष को 15 अगस्त, 1947 की मध्यरात्रि को पूरे 200 सालों के बाद आधिकारीक तौर पर आज़ादी मिली और इसी उपलक्ष्य में, पुरे भारतवर्ष में, हर्षो-उल्लास के साथ Independence Day मनाया जाता है।
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प्रति वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है Independence Day:
जैसा कि, हमने अपने इस Independence Day पर निबंध हिन्दी मे आप सभी को बताया कि, हर साल की 15 अगस्त को पूरे भारतवर्ष में, इस राष्ट्रीय महा-पर्व का धूम-धाम के साथ आयोजन किया जाता है और पूरा भारतवर्ष मिलकर अपनी आज़ादी का गौरवमयी जश्न मनाता है।
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1857 की क्रान्ति को 1947 में, सफल बनाने के उपलक्ष्य में
जैसा कि, आप सभी जानते है कि, भारतवर्ष का पहला स्वतंत्रता संग्राम साल 1857 का स्वतंत्रता संग्राम माना जाता है लेकिन अनेको कारणों क वजह से हमारा ये संग्राम असफल रहा था जिसकी एक भारी व अपूरणीय कीमत ना केवल हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को बल्कि पूरे भारतवर्ष को चुकानी पड़ी थी।
लेकिन जिस प्रकार किसी भी तरह से हम, सूर्य की रौशनी को नहीं रोक सकते है ठीक उसी प्रकार से अंग्रेजी हूकूमत भी हमें, कैसे सदा के लिए गुलाम बनाये रख सकती थी जिसके फलस्वरुप आखिरकार 15 अगस्त, 1947 को हमारा भारतवर्ष आज़ाद हुआ और अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर एक स्वतंत्र देश बनकर उपस्थित हुआ।
अन्त, हम और पूरा भारतवर्ष साल 1857 की क्रान्ति को 1947 में, सफल बनाने के उपलक्ष्य में पूरा भारतवर्ष Independence Day का महा-त्यौहार मनाता है।
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नई आज़ादी और नई जिन्दगी के उपलक्ष्य में, Independence Day मनाया जाता है
साथ ही साथ पूरे भारतवर्ष में, Independence Day का महा-पर्व इसलिए भी मनाया जाता है क्योंकि हमें, अंग्रेजी हुकूमत से मुक्ति मिले और पूरे भारतवर्ष को नई आज़ादी की सौगात के साथ ही साथ स्वतंत्र नई जिन्दगी प्राप्त हुई और इसी के उपलक्ष्य में, पूरा भारतवर्ष मिलकर स्वतंत्रता दिवस Independence Day मनाता है।
उपरोक्त सभी बिंदुओँ की मदद से हमने आप सभी को बताया कि, Independence Day स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है लेकिन क्या आप जानते है कि, Independence Day का महत्व क्या है?
Independence Day का महत्व क्या है?
“चलो फिर से वो नजारा याद कर लें, शहीदो के दिल में थी जो ज्वाला वो याद कर लें।
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पर, बलिदानियों के खून की वो धारा याद कर लें।।”
Independence Day Essay में, हम, कुछ मौलिक व प्राथमिक बिंदुओँ की मदद से आप सभी को बतायेंगे कि, Independence Day स्वतंत्रता दिवस का महत्व क्या है?
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Independence Day का राष्ट्रीय महत्व क्या है?
जहां तक बात है Independence Day के महत्व कि, तो सबसे पहले हम, अपने सभी पाठको को Independence Day के राष्ट्रीय महत्व के बारे में, बतायेंगे।
जैसा कि, आप सभी जानते है कि, हमारे भारतवर्ष को 200 सालो की लम्बी गुलामी के बाद कहीं जाकर आजादी मिली लेकिन इससे पहले हमें, एक गुलाम देश के तौर पर जाना जाता था जिसके मालिक अंग्रेज कहलाते थे।
अंग्रेज ना केवल हमारे यहां कि, व्यापारिक प्रणाली पर अधिकार जताते ते बल्कि हमारे दैनिक जीवन को भी अपनी इच्छानुसार नियंत्रित करते थे और सबसे बड़ी बात ये है कि, हमें, एक गुलाम देश के तौर पर जाना और पहचाना जाता था जिसका अपना कोई अस्तित्व नहीं था।
लेकिन 15 अगस्त, 1947 की मध्यरात्रि को मिली स्वतंत्रता के बाद हमारा देश स्वतंत्र हुआ और अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर एक स्वतंत्र, स्वायत्त और सम्प्रभु राष्ट्र के तौर पर उभरा और यही Independence Day स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय महत्व है।
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Independence Day का सामाजिक महत्व क्या है?
आइए अब हम, आपको बता दें कि, स्वतंत्रता दिवस Independence Day का सामाजिक महत्व क्या है क्योंकि जैसा कि, हमने आप सभी को बताया कि, गुलाम भारत में, हम, अपनी ही जिन्दगी अंग्रेजो के इशारों पर जीते थे अर्थात् हमारे पूरा दैनिक जीवन उनके दिशा-निर्दैशो से नियंत्रित होता था जिसकी वजह से हमारी इंसानियत का अस्तित्व मिटने लगा था।
लेकिन 15 अगस्त, 1947 को मिली आजादी के बाद ना केवल हमें, अंग्रेजी हुकूमत से स्वतंत्रता की आजादी मिली बल्कि इसके साथ ही साथ हमें, सामाजिक आजादी भी मिली जिसके तहत हम, अपना पूरा सामाजिक व निजी जीवन अपनी शर्तो पर जी सकते है और अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकते है और यही Independence Day का सामाजिक महत्व है।
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Independence Day का आर्थिक महत्व क्या है?
गुलाम भारत में, हमें, किसी भी तरह का व्यापार करने के लिए ना केवल अंग्रेजी हुकूमत से आज्ञा लेनी पड़ती थी बल्कि कठोर परिश्रम के बाद भी कमाई का आधा हिस्सा हमें, टैक्स के रुप मे, उन्हें देना पड़ता था जिसकी वजह से हमारा आर्थिक विकास बिलकुल अवरुद्ध हो चुका था।
लेकिन स्वतंत्रता मिलने के बाद तस्वीर बदल गई और अब हम, अपनी इच्छानुसार कोई भी व्यवसाय शुरु कर सकते है और अपनी शर्तो पर उसका संचालन करके अत्यधिक मुनाफा कमा सकते है जिससे ना केवल हमारा आर्थिक विकास होगा बल्कि पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था का सतत विकास होगा और यही Independence Day के आर्थिक महत्व को दर्शाता है।
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Independence Day का सांस्कृतिक महत्व क्या है?
ये तो आप सभी जानते है कि, अंग्रेजी हुकूमत के दौरान हमें, अंग्रेजी जीवनशैली में, ढालने की पूरी कोशिश की गई ताकि हमारी गौरवशाली भारतीय संस्कृति व सभ्यता का विनाश हो सकें और इसी वजह से हमारी शिक्षा, हमारा खान-पान, रहन-सहन और जीवन जीने के ढंग अंग्रेजी शैली में, ढालने की पूरी कोशिश की गई।
लेकिन उपरोक्त अंग्रेजी प्रयासों के बाद भी भारतीय संस्कृति व सभ्यता का सूर्यास्त नहीं हुआ जिसके परिणामस्वरुप आजादी के बाद से हमारी भारतीय संस्कृति व सभ्यता का सतत व अनन्त काल तक अरुणोदय हो गया है।
जिसके परिणामस्वरुप हम, अपनी पारम्परिक जीवन शैली जी सकते है और अपने सांस्कृतिक अस्तित्व को जीवित रख सकते है यही Independence Day का सांस्कृतिक महत्व है आदि।
उपरोक्त बिंदुओँ की मदद से हमने आप सभी को विस्तार से Independence Day Essay को समर्पित अपने आर्टिकल में, Independence Day के महत्व के बारे में, बताया लेकिन क्या आप जानते है कि, स्वतंत्रता दिवस Independence Day का महा-पर्व कैसे मनाया जाता है?
Independence Day का महा-पर्व कैसे मनाया जाता है?
“आन देश की शान देश की, देश की हम संतान है।
तीनों रंगो से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है।।”
आइए अब हम, अपने सभी पाठको व युवाओँ को विस्तार से कुछ बिंदुओँ की मदद से बतायें कि, Independence Day का महा-पर्व कैसे मनाया जाता है?
1. सरकारी/आधिकारीक तौर पर कैसे मनाया जाता है Independence Day?
आइए हम, अपने सभी पाठको को कुछ बिंदुओँ की मदद से बतायें कि, सरकारी/आधिकारीक तौर पर कैसे मनाया जाता है Independence Day?
- स्वतंत्रता दिवस की पूर्व-संध्या पर भारतीय राष्ट्रपति द्धारा देश के नाम अपना संदेश जारी किया जाता है।
- स्वतंत्रता दिवस के दिन भारतीय परम्परा के अनुसार प्रति वर्ष लाल किले की प्राचीर से भारतीय प्रधानमंत्री द्धारा आधिकारीक तौर पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज-तिरंगा फहराया जाता है।
- राष्ट्रीय ध्वजारोहन के बाद माननीय प्रधानमंत्री जी के द्धारा राष्ट्र के नाम अपना संदेश जारी किया जाता है।
- उनके द्धारा राष्ट्र को संबोधित करने के बाद सर्वाधिक आकर्षक सैन्य परेड़ का रंगारंग आयोजन किया जाता है।
- स्वतंत्रता दिवसके पवित्र व पावन अवसर पर कुल 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
- पूरे भारतवर्ष में, राष्ट्रीय अवकाश मनाया जाता है।
- स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर केंद्र शासित प्रदेशों व अलग-अलग राज्यो में, ध्वजारोहन, सैन्य परेड़ो के अलावा अनेको प्रकार के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
उपरोक्त बिंदुओं की मदद से हमने आपको बताया कि, सरकारी/आधिकारीक तौर पर कैसे म Independence Day मनाया जाता है।
2. सामाजिक तौर पर कैसे मनाया जाता है Independence Day?
- Independence Day के पावन मौके पर पूरे ऱाष्ट्र में, राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाता है।
- सामाजिक तौर पर Independence Day के मौके पर अलग-अलग प्रकार के रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
- Independence Day के दिन बच्चे बड़े पैमाने पर रंग-बिरंगी पतगों को उड़ाने का अपना ही आनन्द व रोमांच प्राप्त करते है जिसमें घर के बड़े-बुजुर्ग भी बढ़-चढ़कर भाग लेते है ।
- घर में, स्वादिष्ट पकवान का लुत्फ उठाया जाता है।
3. Independence Day का आर्थिक महत्व क्या है?
- Independence Day का आर्थिक महत्व अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि Independence Day के आने से एक महिने पहले से बाजारो में, रौनक बढ़ जाती है।
- Independence Day के मौके पर बड़े पैमाने पर खरीददारी की जाती है।
- बच्चो द्धारा विशेष तौर पर पतंगो की खरीददारी की जाती है।
- अन्त हम, कह सकते है कि, Independence Day का अपना ही आर्थिक महत्व होता है जिसकी वजह से दुकानदारों की अच्छी-खासी कमाई होती है।
4. Independence Day का सांस्कृतिक महत्व क्या है?
- स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पूरे राष्ट्र में, अलग-अलग प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
- विघालयो में वाद-विवाद, चित्रकारी, संगीत प्रतियोगिता व इसी प्रकार के अन्य कार्यक्रमों का आजोयन किया जाता है।
- भारतीय स्वतंत्रता को दर्शाते जोशीले गीतों व भावुक लघुचित्रो का जबरदस्त आयोजन किया जाता है।
उपरोक्त सभी बिंदुओँ की मदद से हमने आप सभी को Independence Day के तमाम महत्वों के बारे में, बताया ताकि आप Independence Day के सभी पहलूओँ की भली-भांति जानकारी प्राप्त कर सकें।
5. Independence Day की गौरव-गाथा क्या है?
“उन आंखो की दो बूंदो से, सातो सागर हारे है।
जब मेंहदी वाले हाथो ने, मंगल सूत्र उतारे है।।”
हम, आपको बता दें कि, भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अपनी एक अमूल्य गौरव-गाथा है जिसे हम, कुछ बिंदुओँ की मदद से आपके सामने प्रस्तुत करना चाहते है जो कि, इस प्रकार से हैं:-
- साल 1757 में, प्लासी के युद्ध-मैदान में, बंगाल के अन्तिम नबाव को हराकर अंग्रेजी हुकूमत ने, भारत में, पर्दापण किया।
- क्रूर, हिंसक और अत्याचारी अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम साल 1857 को आयोजित किया गया तो कि, पूरी तरह से असफल रहा।
- राजनीतिक रूप से भारतीय हितो का प्रतिनिधित्व करने और भारत को आजादी दिलाने के लिए साल 1885 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन किया गया।
- प्रथम विश्व युद्ध के बाद अंग्रेजो के वायदे स्वरुप स्वतंत्रता की चाह से प्रेरित होकर भारतीय सैनिको व आम भारतवासी ने, प्रथम विश्व युद्ध में, अंग्रेजो का पूर्ण समर्थन किया लेकिन युद्ध विजय के बाद अंग्रेज अपने वचन व वायदे से मुकर गये।
- प्रथम विश्व युद्ध के बाद भारतीय द्धारा पूर्ण स्व-शासन अर्थात् स्वराज की मांग की गई।
- साल 1919 के कंग्रेस लाहौल अधिवेशन में, कांग्रेस द्धारा पूर्ण-स्वराज व भारतीय स्वतंत्रता का शंखनाद किया गया।
- भारतीय के स्वराज की मांग पर विचार करने के लिए अंग्रेजी हूकुमत व कांग्रेस के बीच लम्बी वार्ताओं का दौर आरम्भ हुआ।
- लम्बी वार्ताओँ के बाद 15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन द्धारा ब्रिटिश भारत को दो अलग – अलग राष्ट्रो – भारत व पाकिस्तान में, विभाजित किया गया और
- 15 अगस्त, 1947 के दिन से पूरे भारतवर्ष में, राष्ट्रीय तौर पर Independence Day अर्थात् स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है आदि।
उपरोक्त सभी बिंदुओं की मदद से हमने अपने सभी पाठको को विस्तार से Independence Day की गौरवपूर्ण गाथा से परिचित करवाया।
उपसंहर:
200 वर्षो की लम्बी गुलामी के बाद हमारे अनेको वीर स्वतंत्रता सेनानियों के अथक प्रयासों व बलिदान के बाद जाकर हमें 15 अगस्त, 1947 के क्रान्तिकारी व ऐतिहासिक दिन की मध्यरात्रि को जाकर हमे, स्वतंत्रता प्राप्त हुई और स्वतंत्र भारतवर्ष का अरुणोदय हुआ जिसकी बिंदु-दर- बिंदु जानकारी हमने सभी पाठको को स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, Independence Day Nibandh को समर्पित आर्टिकल में, बताया ताकि आप इस भारतीय स्वतंत्रता का सम्मान कर अपने भारतवर्ष के सतत व सर्वांगिन उत्थान में, अपना योगदान दें सकें।
“कहते है तुझसे ऐ दुश्मन मत लेना हमारा हिंदुस्तान, तू क्या जाने ताकत वतन की जिसे सब कहते है हिंदुस्तान।।”
अन्त, हमें, पूरी उम्मीद है कि, आप सभी को हमारा ये आर्टिकल Independence Day Essay in Hindi पसंद आया होगा जिसके लिए ना केवल आप हमारे इस आर्टिकल को लाइक करेंगे, शेयर करेंगे और साथ ही साथ अपने विचाव व सुझाव हमारे साथ सांझा करेंगे ताकि हम, इसी तरह के आर्टिकल आपके लिए लाते रहें।
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